Haryana Weather : हरियाणा में मौसम बिलकुल बदल चुका है। प्रदेश से मानसून ने विदाई ले ली है। इस बार अपने निर्धारित समय से पहले आये मानसून के चलते कई जिलों में झमाझम बरसात हुई वही कई जिलों से इंद्रदेवता नाराज रहे।
बता दें कि जून और जुलाई महीने में प्रदेश के 2-तीन जिलों को छोड़कर मानसून गतिविधियां सामान्य से अधिक रहीं, लेकिन अगस्त और सितंबर महीने के पहले 15 दिनों तक अल-नीनो के असर के चलते मानसून पर ब्रेक लगा रहा जिससे बरसात नहीं हुई।
बता दें कि 1 जून से 30 सितंबर के दौरान प्रदेश में कुल 421.5 MM बारिश हुई है। यह सामान्य बारिश से दो प्रतिशत कम है। इस बार प्रदेश के 6 जिले ऐसे रहे जिनसे मानसून रूठा रहा। इन जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई।
जबकि 16 जिलों में सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश हुई है। हरियाणा के साथ साथ अब एनसीआर व दिल्ली से भी मानसून की विदाई अब लगभग हो चुकी है। इसके बाद भी 2-3 अक्तूबर को बंगाल की खाड़ी में चक्रवात कमजोर होने से हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली के पूर्वी हिस्सों में बंगाल की खाड़ी से आ रही मानसूनी हवाओं से उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवात का आंशिक असर देखने को मिलेगा।